मंदी में भी मंद-मंद मुस्कुराता मोहाली का रियल एस्टेट, पढ़िए क्या रही वजह…

Date:

कोरोना काल में शायद ही कोई कारोबार रहा होगा जिसे पटखनी न लगी हो। लगभग दो दशकों के हालात को ही देख लें तो मोहाली में कोरोनी काल में भी ब्याज के साथ होम लोन ब्याज के साथ, वाणिज्यिक और आवासीय दोनों संपत्तियों की मांग लगातार बढ़ रही है।

मोहाली के साथ लगते इलाकों जीरकपुर, खरड़ और न्यू चंडीगढ़ ट्राइसिटी के नए प्रॉपर्टी हब के रूप में उभरे हैं। कोरोना के काल में ट्राइसिटी में रियल एस्टेट बाजार फिर से उछलने लगा है। इसमें सबसे ज्यादा पैर मोहाली के रियल एस्टेट ने पसारे हैं।

अक्टूबर 2020 के बाद से यह सफर पहले से लंबा हुआ है। कोरोना की पहली लहर कम होने के बाद की बात करें तो ग्रेटर मोहाली एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी यानी कि GMADA अपनी कुल 113 संपत्तियों में से लगभग आधी को बेचकर केवल 417 करोड़ रुपए कमाने में सफल रही थी।

इसी तरह अक्टूबर 2021 में इसमें थोड़ा सुधार हुआ तो अथारिटी ने दो नीलामियों के जरिए 520 करोड़ रुपए अपनी झोली में डाले। लेकिन कोरोना वायरस खत्म होने के साथ ही किस्मत पलट गई है। इस साल जनवरी में हुई एक नीलामी में GMADA ने अपनी नौ प्रमुख व्यावसायिक संपत्तियां बेचीं और 808 करोड़ रुपये कमाए।

स्टांप ड्यूटी में भी भारी वृद्धि

मोहाली में स्टांप ड्यूटी में भी भारी वृद्धि हुई है। संपत्ति के पंजीकरण पर एकत्र शुल्क – 2021-22 में जो हासिल हुआ वह आय 1,300 करोड़ रुपए बनती है और 2020-21 में स्टांप ड्यूटी से होने वाली कमाई मात्र 822 करोड़ थी। 2021-22 में मोहाली शहर में सबसे ज्यादा 614 करोड़ का कलेक्शन हुआ था। इसी तरह 2020-21 में यह राशि लगभग 375 करोड़ के रुप में आधी थी।

जीरकपुर, खरड़ और न्यू चंडीगढ़ में उम्मीदें

ज़ीरकपुर, खरड़ और न्यू चंडीगढ़ जैसे पेरिफेरल क्षेत्र ट्राइसिटी के नए प्रॉपर्टी हब के रूप में उभरे हैं। GMADA के नेतृत्व वाली आईटी सिटी और एयरो सिटी परियोजनाओं के लिए, एयरपोर्ट रोड निवेशकों और घर का सपना देख रहे लोगों के लिए ये क्षेत्र सबसे अधिक पसंदीदा हैं। अकेले मोहाली में करीब 200 निजी हाउसिंग सोसाइटी हैं।

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Share post:

Subscribe

spot_imgspot_img

Popular

More like this
Related

Punjab Lok Sabha Election 2024: पंजाब में हीटवेव के दौरान आज मतदान, तैयारियां पूरीं

प्रशासन की ओर से मतदान के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी सिबिन सी. के मुताबिक राज्य में कु 24,451 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं।