रूस की ओर से यूक्रेन पर हमले के बाद कई तरह की खबरें सामने आ रही हैं। तीसरे विश्वयुद्ध की आशंकाओं के बीच एक और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। रूस की तरफ से यूक्रेन पर हमले में शामिल सैनिकों की माओं ने नया ही खुलासा किया है। रूस के सैनिकों की माताओं की समिति ने एक बयान जारी करके कहा है कि यूक्रेन में तैनात रूस के कई युवा सैनिकों को भर्ती करने के लिए धोखा दिया गया था। अपने बयान में समिति की ओर से कहा गया है कि रूसी सैनिकों को बताया गया था कि वह अफ्यास करने के लिए सीमा पर जा रहे हैं।
समिति की उपाध्यक्ष आंद्रेई कुरोचकिन के अनुसार- हमें पूरे रूस में डरी हुई माताओं के फोन आए। वो रो रही हैं। उन्हें नहीं पता कि उनके बेटे जीवित हैं या नहीं।
इस बात की आशंका एक और खबर ने बढ़ा दी है। डेली टैलीग्राफ में प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि रूसी सेना अपनी तरफ से मृतकों की संख्या कम करने के लिए मोबाइल शवदाहगृह का उपयोग कर सकती है। बता दे, रूस और यूक्रेन में जारी जंग में दोनों तरफ से मृतकों की संख्या लगातार बढ़ाती जा रही है। रिपोर्ट के अनुसार युद्ध क्षेत्र में मारे गए सैनिकों का अंतिम संस्कार मोबाइल शवदाहगृह द्वारा किया जा सकता है। यह एक तरह का चलता-फिरता ‘शमशानघाट’ है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रूस बख्तरबंद गाड़ियों के बीच ‘मोबाइल शवदाहगृह’ को लेकर चल रहा है। डेली टैलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने मोबाइल शवदाहगृहों वाले ट्रकों का एक वीडियों भी जारी किया है, जिसमें ऐसे सिस्टम वाले ट्रक दिखाई दे रहे हैं। इनमें शवों को जलाया जा सकता है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि युद्ध में अपने हतारतों की संख्या छिपाने के लिए इनका इस्तेमाल किया जै सकता है।
ब्रिटिश रक्षा सचिव बेन वालेस ने भी कहा है कि यह प्रणाली युद्ध के नुकसान को कवर करने का एक तरीका हो सकती है।