पंजाब में शिवसेना नेता सुधीर सूरी की सरेआम गोलियां मारकर की गई हत्या ने पंजाब में भगवंत मान नीत आम आदमी पार्टी की सरकार को कठघरे में घड़ा कर दिया है। चूंकि सुधीर सूरी की हत्या आला पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में हुई, इसलिए पुलिस की कारगुजारी पर भी उंगलियां उठ रही हैं। इसी के साथ ही पंजाब में एक बार फिर हिंदू नेताओं पर टार्गेट किलिंग का खतरा मंडराने लगा है। जानकारों के अनुसार पंजाब का माहौल बिगाड़ने और आतंकवाद को दोबारा जिंदा करने की कोशिशें की जा रही हैं।
सुरक्षा एजेंसियों ने फरवरी में दिया था अलर्ट
एक मीडिया रिपोर्ट में खुफिया एजेंसियों के हवाले से कहा गया है कि केंद्रीय खुफिया एजेंसी ने पंजाब की खुफिया एजेंसियों को इसी साल फरवरी में आगाह किया था कि सूबे में हिंदू नेताओं की टार्गेट किलिंग की साजिश रची जा रही है और उनकी हत्या करके सनसनी फैलाई जा सकती है। शुक्रवार को हुई सुधीर सूरी की हत्या को इसी प्रसंग में देखा जा रहा है। दरअसल, हरियाणा पुलिस ने फरवरी माह में चार आतंकियों को जुआं गांव से सागर उर्फ बिन्नी, जतिन, सुनील और गांव राजपुर से सुरेंद्र उर्फ सोनू को गिरफ्तार किया था। इनसे एके-47 सहित विदेशी पिस्टल और कारतूस बरामद हुए थे। ये खालिस्तान टाइगर फोर्स और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन से जुड़े आतंकियों के लिए काम कर रहे थे। यह मोहाली में हिंदू संगठन के एक नेता की हत्या के लिए निकलने वाले थे कि पुलिस को भनक लग गई। तभी केंद्र की एजेंसी ने पंजाब के गृहमंत्रालय को लिखा था कि पंजाब में हिंदू नेताओं की टारगेट किलिंग की साजिश विदेश में रची जा रही है।
पंजाबः शिवसेना नेता सुधीर सूरी की अमृतसर में गोलियां मारकर हत्या, हमलावर गिरफ्तार
यही नहीं, इसके बाद अमृतसर के कटड़ा आहलूवालिया से पकड़े गए तीन आतंकी और तरनतारन में कपड़ा व्यापारी की हत्या में पकड़े गए आतंकियों ने लखबीर लंडा के लिए काम करने का खुलासा करते हुए यह कहा था कि उन्हें अमृतसर में हिंदू नेता सुधीर सूरी की हत्या करने के लिए कहा गया था। इसके बाद सुधीर सूरी की सुरक्षा में 12 पुलिसकर्मी लगा दिए गए, लेकिन फरवरी में खुफिया एजेंसियों द्वारा दिए गए इनपुट को गंभीरता से नहीं लिया।
अब विदेशी नंबरों से मिल रही हैं धमकियां
अब जब इतनी बड़ी वारदात हो गई है तो पुलिस आनन-फानन में पंजाब में हिंदू नेताओं की सुरक्षा की समीक्षा कर रही है। आज रविवार को जालंधर पुलिस कमिशनरेट में आते थाना भार्गव कैंप की पुलिस ने शिव सेना (राष्ट्रहित) के संस्थापक सुभाष गोरिया के कार्यलय में आकर उनकी सुरक्षा का जायजा लिया और उनकी सुरक्षा की समीक्षा की।
उधर, मोहाली में पुलिस ने हिंदू नेताओं के घरों और दफ्तरों में जाकर उनसे मुलाकात की। साथ ही उनसे अपील की गई कि वह कहीं भी अकेले न जाएं। एससएसपी विवेकशील सोनी के अनुसार इलाके में सुरक्षा के पूरे इंतजाम हैं। जबकि हिंदू नेता निशांत शर्मा ने पंजाब सरकार पर हिंदू नेताओं की सुरक्षा की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि सूरी की हत्या के बाद से उन्हें विदेशी नंबरों से धमकी भरी कॉल्स आ रही हैं।
लुधियाना के हिंदू नेताओं के घरों के बाहर भी पुलिस सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। हिंदू नेता संदीप सूरी ने कहा कि राज्य में अर्धसैनिक बलों को तैनात किया जाए।
जालंधर के भाजपा नेता अमित तनेजा ने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार प्रो-खालिस्तानी है। अरविंद केजरीवाल 2017 के विधानसभा चुनाव में आतंकवादी की कोठी में ठहरे थे। इसलिए इस घटना को खालिस्तानी एंगल से भी जोड़कर भी देखा जा रहा है।
पंजाब में कट्टरपंथी बना रहे हिंदुओं को निशाना : सुभाष गोरिया
देशदुनिया टाइम्स से बातचीत में शिव सेना (राष्ट्रहित) के संस्थापक सुभाष गोरिया ने कहा कि पंजाब में 45 प्रतिशत हिंदू हैं, जिन्हें खालिस्तानी कट्टरपंथी अपना निशाना बनाने और पंजाब से इन्हें बाहर निकालने की प्लानिंग कर रहे हैं।
‘आप’ सरकार राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि जब किसी पर अटैक होता है उसके बाद ही परिवार को सुरक्षा की बात की जाती है।
उसके पहले प्रशासन हमले का इंतजार करता रहता है। जबकि हिंदू नेताओ की सुरक्षा को लेकर अलग-अलग संगठनों द्वारा पुलिस को कई बार लिखित रूप में दिया जाता रहा है।
उन्होंने कहा कि पंजाब में कश्मीर जैसा माहौल बनाया जा रहा है। पंजाब के हिंदुओं को पंजाब से बाहर भेजने की साजिशें विदेशों में रची जा रही हैं, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे, इसके लिए हमें अपनी जान भी क्यों न देनी पड़े।
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सुभाष गोरिया ने कहा कि लुधियाना में कुछ साल पहले पकड़े गए बब्बर खालसा के आंतकियों से पूछताछ में उन्होंने अपने टार्गेट में मेरा नाम लिया था। उस वक्त पुलिस ने मेरी सुरक्षा में बढ़ौत्तरी की थी और मेरे भाई शिव सेना (राष्ट्रहित) के युवा प्रमुख बलबीर गोरिया की सुरक्षा में भी 2 पुलिस कर्मचारी लगाए थे।
जबकि कट्टरपंथी खालिस्तानियों द्वारा मेरा दफ्तर जलाए जाने और फिर दो बार रेकी किए जाने के बाद मेरी सुरक्षा वापस ले ली। गोरिया ने कहा कि मैंने हमेशा ड्रग्स माफिया और आतंकवाद के खिलाफ आवाज़ बुलंद की है, लेकिन पंजाब में एक बार फिर काले दौर की वापसी के हालात बन रहे है, जो चिंता की बात है।
पंजाब में हिंदू नेताओं की हत्याएं
•6 अगस्त 2016: पंजाब में आरएसएस के प्रमुख ब्रिगेडियर जगदीश गगनेजा (रिटायर्ड) की जालंधर बाजार में गोली मारकर हत्या कर दी गई।
•14 जनवरी 2017: अमित शर्मा जोकि श्री हिंदू तख्त के प्रचार प्रबंधक थे, लुधियाना में मोटरसाइकिल सवार हत्यारों ने गोली मार दी थी।
•आरएसएस नेता रविंदर गोसाईं की 17 अक्तूबर 2017 को उनके घर के बाहर बाइक सवारों ने गोलियां मारकर हत्या कर दी।
•खन्ना के ललहेड़ी रोड चौक पर 23 अप्रैल 2017 को शिवसेना पंजाब के खन्ना हलका प्रधान दुर्गा गुप्ता की बाइक सवार हत्यारों ने गोली मारकर हत्या कर दी।
•30 अक्तूबर 2017 को पंजाब के अमृतसर में हिंदू संघर्ष सेना के जिला प्रधान विपन शर्मा की हत्या कर दी गई थी। विपन को करीब 15 गोलियां मारी गई थीं।