कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी समेत 13 विरोधी पार्टियों ने मंगलवार को हुई बैठक के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति चुनावों में विरोधी उम्मीदवार के रूप में नामजद करने पर सहमति जताई है। सूत्रों के हवाले से यह जानकारी सामने आई है।
एक संयुक्त ब्यान में कहा गया कि यशवंत सिन्हा को सर्वसम्मति से विरोधी पार्टियों का उमामीदवार चुना गया है। सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार के बारे में फैसला करने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार द्वारा बुलाई गई बैठक में संसद भवन में एकत्र हुए विरोधी नेताओं ने सिन्हा के नाम पर सहमति जताई। पवार, गोपालकृष्ण गांधी और फारूक अब्दुल्ला के राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर होने के बाद सिन्हा का नाम सामने आया है।
यशवंत सिन्हा दो बार केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। पहली बार वो 1990 में चंद्रशेखर की सरकार में और फिर अटल बिहारी वाजपेयी की अगुवाई वाली सरकार में वित्त मंत्री रहे। वह वाजपेयी सरकार में विदेशमंत्री भी रहे हैं।